उत्तर रेलवे द्वारा “ईज ऑफ डूईंग बिजनेस” केन्द्रित वेंडर मीट का आयोजन
उत्तर रेलवे के सप्लाई चेन सिस्टम में किए गए प्रयासों को मजबूत करने के माध्यम के साथ-साथ नए पुराने विक्रेताओं के साथ बातचीत का एक उपयोगी मंच – आशुतोष गंगल
नई दिल्ली,दिनांक 29.10.2020 :- महाप्रबंधक, उत्तर रेलवे ने संक्षिप्त खरीद प्रक्रिया पर एक सूचना स्मारिका का विमोचन किया मीट में 150 से अधिक उद्योग तथा व्यापार प्रतिनिधियों ने भाग लिया,उत्तर रेलवे द्वारा दिनांक 27.10.2020 से 01.11.2020 तक सतर्कता जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है, सतर्कता जागरूकता सप्ताह के दौरान की जा रहीं गतिविधियों के अंतर्गत तीसरे दिन आज उत्तर रेलवे, प्रधान कार्यालय, बडौदा हाउस, नई दिल्ली की भंडार शाखा ने विडियो कॉन्फ्रेसिंग द्वारा एक वेंडर मीट का आयोजन किया।
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इस अवसर पर उत्तर रेलवे महाप्रबंधक श्री आशुतोष गंगल ने रेलवे के व्यापारियों को सम्बोधित किया तथा भंडार शाखा की सूचना स्मारिका का भी विमोचन किया ,इस अवसर पर भंडार शाखा के प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक श्री राम लाल, वरिष्ठ उप महाप्रबंधक श्रीमती चंद्रलेखा मुखर्जी तथा प्रधान कार्यालय/ मंडलों के वरिष्ठ अधिकारी भी जुड़े हुए थे,महामारी COVID-19 की चुनौतियों और सुरक्षित दूरी के मानदंडों के मद्देनजर उत्तर रेलवे ने डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर इस वेंडर मीट का आयोजन किया,‘’Ease of Doing Business’’ इस वेंडर मीट का मुख्य केंद्र बिंदु रहा ।
इस वेंडर मीट का उद्घाटन उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक श्री आशुतोष गंगल ने किया ,वेंडर मीट में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए महाप्रबंधक उत्तर रेलवे ने कहा कि यह उत्तर रेलवे के सप्लाई चेन सिस्टम में किए गए प्रयासों को मजबूत करने के माध्यम के साथ-साथ हमारे नए पुराने विक्रेताओं के साथ बातचीत का एक उपयोगी मंच है,भारतीय रेलवे प्रोक्योरमेंट सिस्टम में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए नियमित पहल कर रहा है।
खरीद प्रक्रियाओं में ‘’Ease of Doing Business’’ डिजिटाइजेशन पहले से ही भारतीय रेलवे के सामग्री प्रबंधन विभाग द्वारा लागू किया जा चुका है,आपूर्ति के समयबद्ध भुगतान के प्रति विक्रेताओं की चिंता भी काफी हद तक दूर की गई,ऑनलाइन पेमेंट प्रणाली की ओर उपयोगी कदम बढ़ाए जाने पर जोर दिया गया इस पहल को उद्योग जगत के द्वारा काफी सराहा गया है,पेमेंट प्रणाली में हाल ही में शुरू किए गए डिजिटलीकरण प्रयासों को काफी अच्छा कहा गया।
रेलवे की खरीद को बढ़ावा देने और प्रिसिशन इंजीनियरिंग मदों की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए, खरीद और आपूर्ति के लिए वेंडर बेस को बढ़ाना अति आवश्यक है। भारतीय रेलवे अपने नए विक्रेताओं, संभावित विक्रेताओं और विशेषकर एमएसएमई फर्मों तक प्रतिस्पर्धा बढ़ाने और आयात प्रतिस्थापन को पहुंचाने के लिए समय समय पर अतिरिक्त कदम भी उठाता रहा है।
“मेक इन इंडिया” नीति को लागू करने को बढ़ावा देने तथा उसे भली-भांति लागू करने के लिये के लिए भारत सरकार ने हाल ही में खरीद नियमों में किये गए बदलावों को भी वेंडर मीट में समझाया गया,वेंडर मीट के तकनीकी सत्र में सप्लाई चेन के डिजिटाइजेशन, वेंडर अनुमोदन प्रक्रिया तथा एल सी पेमेंट के विषय में चर्चा की गई,कोरोना महामारी की चुनोतियों में तथा उद्योग जगत के लाभ के लिये महाप्रबंधक महोदय ने Virtual प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया।
जिसमें रेलवे के द्वारा खरीदे जाने वाले मदों की पूरी तकनीकी जानकारी भी दर्शाई गई है,इस मीट में उद्योग और व्यापार से जुडे 150 से अधिक प्रतिभागी शामिल थे,प्रतिभागियों की चिंता को दूर करने के लिए, एक प्रश्न उत्तर सत्र भी आयोजित किया गया था और उद्योग के प्रतिनिधियों द्वारा उठाए गए प्रश्नों का उत्तर रेलवे, आरडीएसओ, राइट्स, सीआरआईएस और एसबीआई के विशेषज्ञों द्वारा दिया गया था।
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AZAD SOCH :- E-PAPER
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